नमस्कार मेरे सभी भाइयो को सवागत करता हु आपका आज के इस sad shayari dosti par दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जिसमें सच्चाई, भरोसा और अपनापन होता है। और ऐसी शायरी उन पालो को हमें याद दिलाती है, जब हमारी दोस्ती के बिच दर्द और तकलीफ आती है और जब दोस्ती में दुःख और दर्द आता है। तो हम लिख कर अपनी दोस्ती का दर्द नहीं बता सकते इस लिए हम अपना गुस्सा काभु में रखने के लिए ये शायरिया पढ़ते है |
गिला किसी से भी नही है बस इतना सी बात है,
एक दोस्त था समय आने पर वो भी धोका दे गया…!
बुरे वक्त में सबसे पहले वही दूर हुए,
जो दोस्ती के बड़े बड़े वादे करते थे….!
अब ऐसे में दुश्मनों से क्या उम्मीद करू,
मेरे खुद के दोस्त मुझे नीचा दिखाते है…!
मत करो भरोसा ऐसे यारो का,
जो बस नाम के लिए तुम्हारे साथ खड़े है…!
पैसा ऐसी चीज है मेरे दोस्त,
जिसके आने पर पुराने दोस्त भी साथ छोड़ जाते है…!
यादों के सहारे जिया था मैंने,
पर दोस्त ने तो मेरी यादें ही मिटा डालीं।
रिश्तों की डोरें थामने की कोशिश की थी मैंने बहुत,
लेकिन मेरा दोस्त तो मेरी हर बात से रूठ गया।
दोस्ती का रिश्ता कितना खूबसूरत था,
अफसोस आज उसमें भी दरार आ गई।
कभी सोचा न था दोस्त ही मुझसे रूठ
जाएगा, जिसने मेरे दर्द को बाँटा था।
हर खुशी-गम में साथ रहता था वो दोस्त प्यारा,
पर दरियादिली से उसने तोड़ दिया अपना वादा।
अगर तू ही मेरा साथ नही है ए दोस्त,
तो फिर ये जिंदगी मेरी किस काम की…!
मुझे आज तक ऐसा दोस्त नहीं मिला,
जो मेरी जात से बढ़कर मुझे मेरी तरह चाहे…!
यू तो बोहोत लोग हैं इस छोटी सी दुनिया में,
मगर तू क्यों साथ छोड़ कर जाने वाले में था…!
दिल नही लगाय मैने कैसी से भी उससे जुदा होने के बाद,
मैने अपना प्यार गवा दिया एक दोस्त की खातिर…!
मेरी dosti sad shayari को पढ़ने के लिए अपना कीमती समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। आशा है कि यह पोस्ट दूसरों की तरह ही दिलचस्प होगी। आप सभी का आभार यहाँ आपको कई और विषयों पर Dosti Shayari और dosti par shayari मिलेंगे।